आवाज़: सुनो कहानी: अकेली - मन्नू भंडारी की कहानी
>> Wednesday, October 15, 2008
आवाज़: सुनो कहानी: अकेली - मन्नू भंडारी की कहाणी
हिन्दयुग्म अपने पाठकों को प्रसिद्ध कहानियाँ भी सुनवाता है. इसी श्रंखला में सुनिए मन्नू भंडारी की एक कहानी अकेली और बताईये की आपको यह कहानी कैसी लगी .
6 comments:
यहाँ बांटने का शुक्रिया ....उनकी आत्मकथा अगर किस्तों में यहाँ पढने को मिल जाये तो ?????
बहुत ही सुन्दर, कहानी अभी सुनी नही, अब सुनुगां
धन्यवाद पहले ही देदू.
धन्यवाद
आपको बधाई
मन्नू जी की इस प्रस्तुति के लिये
kal hi suni...khuub acchhi kahi aapney...bua ki vyathaa...baandhti hai
dhnyabad, bahot hi sundar prastuti, dhnyabad
शोभा जी,
मन्नू जी की इस सुन्दर कहानी की प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकारें!
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