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फिर आया फागुन….

>> Friday, February 26, 2010


फिर आया फागुन….


फिर आया फागुन


रंगों की बहार


तुम भी आजाओ


ये दिल की पुकार



टेसू के फूलों ने


धरती सजाई


अबीर, गुलाल ने


चाहत जगाई


कोयल की कुहू


डसे बार- बार


तुम भी आ जाओ…

….

खिलती नहीं दिल में


भावों की कलियाँ


सूनी पड़ी मेरे


जीवन की गलियाँ


तुम बिन ना मौसम में


आए बहार


तुम भी आजाओ…..

15 comments:

समय चक्र February 26, 2010 at 7:59 PM  

फागुन पर बेहतरीन अच्छी रचना . आपको भी होली पर्व की शुभकामनाये

डॉ. मनोज मिश्र February 26, 2010 at 8:31 PM  

बहुत भावना पूर्ण रचना है,बधाई.

Randhir Singh Suman February 26, 2010 at 9:01 PM  

nice

रानीविशाल February 26, 2010 at 9:48 PM  

Sundar....Holi ki shubhkaamanaae!!

राज भाटिय़ा February 27, 2010 at 12:01 AM  

बहुत सुंदर कविता, शोभा जी आप बहुत कम आती है आज कल ?

दिगम्बर नासवा February 27, 2010 at 1:31 PM  

होली के रंगों में किसी की प्रतीक्षा ... सुंदर रचना है ......
आपको और आपके समस्त परिवार को होली की शुभ-कामनाएँ ...

Alpana Verma February 28, 2010 at 2:15 PM  

खूबसूरत कविता, शोभा जी.
आपको सपरिवार होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं

ashubakaiti February 28, 2010 at 3:21 PM  

aapko holi ki badhai
par afsos ki rachna bahut sathi hai
ummeed se bhi jyada.

Satish Saxena March 1, 2010 at 12:19 AM  

क्षमाप्रार्थी हूँ, बहुत दिन बाद आ पाया ! होली पर शुभकामनायें स्वीकार करें !!

देवेन्द्र पाण्डेय March 1, 2010 at 5:17 PM  

सुंदर फागुनी कविता.
बधाई.
आको होली की ढेर सारी शुभकामनाएँ.

Maria Mcclain March 2, 2010 at 7:32 PM  

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arvind March 3, 2010 at 10:46 AM  

बेहतरीन रचना .शुभकामनाये

Vinay March 21, 2010 at 10:59 PM  

बहुत सुन्दर!

सूफ़ी आशीष/ ਸੂਫ਼ੀ ਆਸ਼ੀਸ਼ April 15, 2010 at 7:31 PM  

Pata bataiye, main aa raha hoon!

neelima garg May 24, 2010 at 5:22 PM  

sundar kavita...

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