बिजली बिना ---
>> Sunday, January 27, 2008
लाख तुम बाहर की बिजली काट लो
हम तो रौशन हैं खुदा के नूर से
बिजली क्या है चीज़ जिसका नाम लो
छोड़ दो करना गिले शिकवे हुज़ूर
अब अँधेरों से मौहब्बत पाल लो
कब तलक चीखोगे औ चिल्लाओगे
होगा ना कुछ भी असर ये जान लो
बिजली है क्या चीज़ झूठी रौशनी
सच्चा साथी है अँधेरा जान लो
कब तलक देखोगे उसका रास्ता
उनका आना है नामुमकिन मान लो
आएगी कुछ पल को औ फिर जाएगी
बेवफा इसका चलन ये मान लो
देखी हैं कितनी ही तुमने दिक्कतें
एक बिजली की भी दिक्कत पाल लो
क्या शिकायत, किससे और कैसा गिला
रिश्ते में ‘हम सब हैं भाई’ मान लो
सब लगे हैं लोकहित के काम में
झूठ लगता है ना ये ? पर मान लो
देश अपना है, हैं अपनी दिक्कते
अब शुभी किसको यहाँ इल्ज़ाम दो
6 comments:
bahut khub,kise ilzam denge,sab ek jaise hi hote hai.apna ghar kar aabd,jahe jahan ho barbaad.
Aaj ke daur ki aur ek sachhai aapne phir bakhoobi sanche mein dhaal di hai.
क्या शिकायक, किससे और कैसा गिला
रिश्ते में ‘हम सब हैं भाई’ मान लो
सब लगे हैं लोकहित के काम में
झूठ लगता है ना ये ? पर मान लो
देश अपना है, हैं अपनी दिक्कते
अब शुभी किसको यहाँ इल्ज़ाम दो
sach hai, kise iljaam denge ab in sabhi cheejon ke liye. Sare Netagan aur Afsar log Lok Hit ke kaam mein lage hue hai.... Humen ab in sab facilities ke bina hi chalane ki aadaten daalni padegi....
सब लगे हैं लोकहित के काम में
झूठ लगता है ना ये ? पर मान लो
देश अपना है, हैं अपनी दिक्कते
अब शुभी किसको यहाँ इल्ज़ाम दो
क्या बात है.. बहुत ही बढ़िया रचना।
छोड़ दो करना गिले शिकवे हुज़ूर
अब अँधेरों से मौहब्बत पाल लो
कब तलक चीखोगे औ चिल्लाओगे
होगा ना कुछ भी असर ये जान लो
वाह अभी अभी ३ घंटे का कट झेल के आ रहे हैं हम ...बहुत सही तस्वीर पेश की है आपने शोभा जी मज़ा आगया पढ़ के इसको :)
bewafa hai iska chalan jaan lo
......maja aa gaya.....tum to kamaal kee cheej homaan lo..mamta
bewafa hai iska chalan jaan lo
......maja aa gaya.....tum to kamaal kee cheej homaan lo..mamta
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